Topic 40
Shri Shirdi Saibaba Archana (108 Names)
श्री शिर्डी साईबाबा अर्चण
ओं श्री साई नाधाय नमः
ओं श्री साई लक्ष्मी नारायणाय नमः
ओं श्री साई कृष्णरामशिव मारुत्यादि रूपाय नमः
ओं श्री साई सेषसाई ने नमः
ओं श्री साई गोदावरीतट शिर्डीवासि ने नमः
ओं श्री साई भक्तहृदयालयाय नमः
ओं श्री साई सर्व हृन्निलयाय नमः
ओं श्री साई भूत वासाय नमः
ओं श्री साई भूत भविष्यत्भाव वर्णिताय नमः
ओं श्री साई कालातीताय नमः
ओं श्री साई कालाय नमः
ओं श्री साई काल कालाय नमः
ओं श्री साई काल दर्प दमणाय नमः
ओं श्री साई मृथ्युंजयाय नमः
ओं श्री साई आमर्त्याय नमः
ओं श्री साई मर्त्या भयप्रधाय नमः
ओं श्री साई जीवाधाराय नमः
ओं श्री साई सर्वाधाराय नमः
ओं श्री साई भक्तावन समर्थ्याय नमः
ओं श्री साई अन्न वस्त्र दाय नमः
ओं श्री साई आरोग्य क्षीमदाय नमः
ओं श्री साई धन मांगल्यप्रदाय नमः
ओं श्री साई बुद्धि स्ध्धि प्रदाय नमः
ओं श्री साई पुत्र मित्र कलत्र बंधुदाय नमः
ओं श्री साई योगक्षिमावहाय नमः
ओं श्री साई आपद्भांधवाय नमः
ओं श्री साई मार्गबंधवी नमः
ओं श्री साई भुक्ति मुक्ति स्वर्गापवर्गदाय नमः
ओं श्री साई प्रियाय नमः
ओं श्री साई प्रीतिवर्धनाय नमः
ओं श्री साई आंतर्यामिनी नमः
ओं श्री साई सत्चितात्मणी नमः
ओं श्री साई नित्यानंदाय नमः
ओं श्री साई परम सुखदाय नमः
ओं श्री साई परमीष्वराय नमः
ओं श्री साई परभ्रह्मनी नमः
ओं श्री साई परमात्मनी नमः
ओं श्री साई गान स्वरूपिणी नमः
ओं श्री साई जगत पित्रे नमः
ओं श्री साई भक्तानाम मात्रु दात्रु पितामहाय नमः
ओं श्री साई भक्ताभय प्रधाय नमः
ओं श्री साई भक्तपर धीनाय नमः
ओं श्री साई भक्तानुग्रह काराय नमः
ओं श्री साई शरांगत वत्सलाय नमः
ओं श्री साई भक्ति शक्ति प्रदाय नमः
ओं श्री साई ज्ञान वैराग्य प्रदाय नमः
ओं श्री साई प्रेम प्रदाय नमः
ओं श्री साई संक्षय हृदय दौर्भल्य पाप कर्म वासना क्षयकाराय नमः
ओं श्री साई हृदयग्रंथि भीदकाय नमः
ओं श्री साई कर्म ध्वंसिनी नमः
ओं श्री साई शुध्धसत्व स्थिताय नमः
ओं श्री साई गुणातीत गुणात्मने नमः
ओं श्री साई अनंत कल्याण गुणाय नमः
ओं श्री साई आमित पराक्रमाय नमः
ओं श्री साई जयनी नमः
ओं श्री साई दुर्धार्षा क्षोभ्याय नमः
ओं श्री साई अपराजिताय नमः
ओं श्री साई त्रिलोकेषु आविघात गतयी नमः
ओं श्री साई आशक्य रहिताय नमः
ओं श्री साई सर्व शक्ति मूर्तये नमः
ओं श्री साई सुरूप सुंदराय नमः
ओं श्री साई सुलोचनाय नमः
ओं श्री साई बहुरूप विश्वमूर्तये नमः
ओं श्री साई अरूपाव्यक्ताय नमः
ओं श्री साई आचिंत्याय नमः
ओं श्री साई सूक्ष्माय नमः
ओं श्री साई सर्वांतर्यामिणे नमः
ओं श्री साई मनोवागतीताय नमः
ओं श्री साई प्रेममूर्तये नमः
ओं श्री साई सुलभ दुर्लभाय नमः
ओं श्री साई असहाय सहायाय नमः
ओं श्री साई अनाथ नाथ दीनबांधवे नमः
ओं श्री साई सर्वभार भ्रुते नमः
ओं श्री साई अकर्मानीक कर्म सुकर्मने नमः
ओं श्री साई पुण्यश्रवन कीर्तनाय नमः
ओं श्री साई थीर्थाय नमः
ओं श्री साई वासुदीवाय नमः
ओं श्री साई सतांगतये नमः
ओं श्री साई सत्यनारायणाय नमः
ओं श्री साई लोकनाथाय नमः
ओं श्री साई पावन नाघाय नमः
ओं श्री साई अम्रुतंसवे नमः
ओं श्री साई भास्कर प्रभाय नमः
ओं श्री साई भ्रह्मचर्य तपस्चर्यादि सुव्रताय नमः
ओं श्री साई सत्यधर्म परायनाय नमः
ओं श्री साई सिद्देश्वराय नमः
ओं श्री साई सिद्ध संकल्पाय नमः
ओं श्री साई योगेश्वराय नमः
ओं श्री साई भगवती नमः
ओं श्री साई भक्त वत्सलाय नमः
ओं श्री साई सत्पुरुषाय नमः
ओं श्री साई पुरुषोत्तमाय नमः
ओं श्री साई सत्यतत्व बोधकाय नमः
ओं श्री साई कामादि शढैरि ध्वंसिने नमः
ओं श्री साई अभीदानंदाम भव प्रधाय नमः
ओं श्री साई समसर्वमत सम्मताय नमः
ओं श्री साई श्री दक्षिना मुर्तये नमः
ओं श्री साई श्री वेंकटेश रमणाय नमः
ओं श्री साई अद्भुतानंद चर्याय नमः
ओं श्री साई प्रपन्नार्ति हाराय नमः
ओं श्री साई संसार सर्व दुःख क्षयकाराय नमः
ओं श्री साई सर्व वित्सर्वतो मुखाय नमः
ओं श्री साई सर्वांतर्भाहि स्तिथाय नमः
ओं श्री साई सर्वमंगल काराय नमः
ओं श्री साई सर्वाभीष्ट प्रधाय नमः
ओं श्री साई सामरस्सन्मार्ग स्थापनाय नमः
ओं श्री साई समर्थ सत्गुरु श्री साई नाथाय नमः
श्री समर्थ सद्गुरु साईनाथ महराज की जय
V Rama Aravind
2006-12-20
Posted On: 2007-01-01
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